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12 सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra): आत्मा की ऊर्जा का स्रोत

सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra)
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आध्यात्मिकता और शारीरिक स्वास्थ्य का संबंध हमारे जीवन में अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

योग एक ऐसा साधना है जिससे हम अपने शारीर और मन को स्वस्थ रख सकते हैं, साथ ही आत्मा की भी शांति प्राप्त कर सकते हैं।

सूर्य नमस्कार, जिसे सूर्य की पूजा का एक रूप माना जाता है, एक ऐसा प्राचीन प्रकार का योग है जिसका महत्व आध्यात्मिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अति महत्वपूर्ण है।

इस लेख में, हम सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra) के विषय में विस्तार से जानेंगे, और यह कैसे हमें एक उच्च जीवन गुणवत्ता की दिशा में अग्रसर कर सकता है।

सूर्य नमस्कार आत्मा के साथ एक संवाद

वेदों और पुराणों में सूर्य को देवता के रूप में माना गया है और सूर्य नमस्कार उन्ही की पूजा का एक अद्भुत तरीका है।

यह हिन्दू धर्म की एक प्राचीनतम पद्धति है जिसे आत्मा के साथ संवाद का माध्यम माना जाता है। इसके साथ ही सूर्य नमस्कार के मंत्रों का उच्चारण करने से उसका प्रभाव और भी गहरा हो जाता है।

सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra) के जाप से हम आपने जीवन को सकारात्मक और ऊर्जावान बना सकते हैं।

सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra) आत्मा की ऊर्जा का स्रोत

सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra) का उच्चारण ध्यान और श्रद्धा से करना अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

यह मंत्र हमें आत्मा की ऊर्जा का स्रोत प्रदान करता है और हमें एक ऊर्जावान और सकारात्मक भावना देता है।

सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra) के उचित उच्चारण से हमारी मानसिक स्थिति में सुधार होता है और हम अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में बदल सकते हैं।

12 सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra)

“ॐ मित्राय नमः”

सूर्य ऊर्जा का आधार हैं , इसलिए जीवों के लिए मित्र हैं। मैं आपको नमन करता हूँ।

“ॐ रवये नमः”

सूर्य का एक नाम रवि भी है। मैं रवि को नमस्कार करता हूँ।

“ॐ सूर्याय नमः”

मैं सूर्य को नमन करता हूँ।

भानवे नमः”

सूर्य का एक नाम भानु है, भुवन में श्रेष्ठ होने के कारण वह भानु कहलाते हैं। मैं आपको नमन करता हूँ।

“ॐ खगाय नमः”

पक्षियों के समान आकाश में स्थित होने के कारण वह पक्षी स्वरूप भी हैं। खग का अर्थ पक्षी होता है। मैं आपको नमन करता हूँ।

“ॐ पुष्ने नमः”

वह जो पोषण प्रदान करता है और जीवन में आवश्यक पूर्ति लाता है। मैं आपको नमन करता हूँ।

हिरण्यगर्भाय नमः”

सूर्य में सुनहरे लाल रंग की आभा होने के कारण उन्हें हिरण्यगर्भा कहा जाता है। मैं आपको नमन करता हूँ।

“ॐ मारीचये नमः”

सप्तऋषियों में से एक मरीचि के कुल में जन्म लेने के कारण सूर्यदेव मारीचि कहलाते हैं। मैं आपको नमन करता हूँ।

“ॐ आदित्याय नमः”

दक्ष पुत्री अदिति और ऋषि कश्यप उनके माता-पिता हैं। अदिति के पुत्र होने से सूर्य देव ‘आदित्य’ के नाम से पुकारे जाते हैं। मैं आपका नमन करता हूँ।

“ॐ सावित्रे नमः”

सकारात्मकता की प्रतीक किरणों के कारण उन्हें ‘सविता देव’ के नाम से जाना जाता है। मैं आपका नमन करता हूँ।

“ॐ अर्काय नमः”

सभी औषधियों और बूटियों में सूर्य की ऊर्जा अत्यधिक रूप से प्रकट होती है। इस ऊर्जा को हम ‘अर्क’ के नाम से जानते हैं, इसी कारण सूर्य देव को ‘अर्काय’ भी कहा जाता है। मैं आपको नमन करता हूँ।

भास्कराय नमः”

सूर्यदेव का एक नाम भास्कर भी है। मैं आपको नमन करता हूँ।
सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra)
सूर्य नमस्कार क्रिया

आत्मा की शांति और स्वास्थ्य में सुधार

सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra) के उच्चारण से हमें आत्मा की शांति मिलती है।

इसके जरिए हम अपने आत्मा के संगीत का आभास करते हैं और उसके साथ जुड़कर अपने जीवन को खुशियों से भर देते हैं।

सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra) के जाप से हमारे शारीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और हम दिनभर अपने कार्यों को सकारात्मकता से पूरा कर सकते हैं।

आध्यात्मिक विकास और सूर्य नमस्कार मंत्र

सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra) के जाप से हमारे आध्यात्मिक विकास में सुधार होता है।

यह मंत्र हमें अपने आत्मा के संवाद का माध्यम प्रदान करता है और हमें अपने अंदर के गहरे संवाद में ले जाता है।

सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra) के जाप से हम सूर्य देव जी की आराधना करते हैं और उनकी अनुकम्पा प्राप्त कर के जीवन को एक नई दिशा देने में सक्षम होते हैं।

सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra) का महत्व

सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra) का हिन्दू धर्म में बहुत बड़ा महत्व है।

सूर्य देव जी को एक महत्वपूर्ण देवता के रूप में माना जाता है। यह मंत्र उन्हें प्रसन्न करने के लिए प्रातः काल में स्मरण किया जाता है।

यह मंत्र हमें अपने जीवन को सकारात्मकता और ऊर्जा से भर देता है, और सूर्य देव जी के आशीर्वाद से हमें अपने जीवन के कई दैनिक कार्यों को पूरी उर्जा के साथ करने में सक्षमता मिलती है।

निष्कर्ष

सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra) का जाप करने से हम अपने अंदर ऊर्जा और शांति का अहसास करते हैं।

यह मंत्र हमें आध्यात्मिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार प्रदान करने के साथ ही हमें सकारात्मक दिशा में अग्रसर होने का मार्ग प्रदान करता है।

सूर्य नमस्कार मंत्र (Surya Namaskar Mantra) के जाप से हम अपने जीवन को उत्कृष्ट बना सकते हैं, जिससे हम सकारात्मक और प्रगतिशील जीवन जी सकते हैं।

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